देश के सबसे पुराने और चर्चित मामले का फैसला शनिवार को सुबह 10ः30 बजे आ जाएगा. सुप्रीमकोर्ट की ओर ये जानकारी दी गई है. अयोध्या मामले का फैसला आने के मद्देनजर एहतियात के तौर पर सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं. चूंकि मामला उत्तर प्रदेश से जुड़ा है लिहाजा इस फैसले का सबसे ज्यादा यहीं पर पड़ने की संभावना है.
फैसले की तारीख निर्धारित होने के बाद योगी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए कल से लेकर तीन दिनों तक उत्तर प्रदेश के तमाम स्कूल, कॉलेज और अन्य संस्थानों को बंद रखने का आदेश जारी कर दिया है. शनिवार को छुट्टी के दिन के बावजूद सुप्रीमकोर्ट की संवैधानिक पीठ बैठेगी और फैसला सुनाएगी. इसके मद्देनजर पूरे देश में सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंध किए गए हैं. धर्मगुरुओं ने भी शांति बनाए रखने की अपील की है.
शनिवार की सुबह सुप्रीमकोर्ट की पांच जजों की बेंच देश के सबसे पुराने और सबसे बड़े मामले का फैसला सुना देगी. कल देश की सर्वोच्य अदालत ये तय कर देगी कि अयोध्या की विवादित जगह पर किसका कब्जा होगा.
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई, जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस धनन्जय वाई चन्द्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर की 5 सदस्यीय बेंच शनिवार की सुबह साढ़े दस बजे यह फैसला सुनाएगी.
बेंच ने 16 अक्ट्रबर को इस मामले की सुनवाई पूरी की थी. पीठ ने छह अगस्त से लगातार 40 दिन इस मामले में सुनवाई की थी. मामला देश के दो बड़े संप्रदा’य से जुड़ा है इसलिए फैसले से पहले सुरक्षा व्यवस्था के लिए हर तरह से तैयारियां की जा रही हैं.
मामला उत्तर प्रदेश से जुड़ा है लिहाजा इस फैसले का सबसे ज्यादा असर यहीं पर पड़ने की संभावना है. इसी बात के मद्दे नजर केंद्र सरकार ने 4000 जवानों को यूपी भेज दिया है. थाना स्तर से लेकर सीएम स्तर तक बैठकों का दौर शुरू है.
फैसले से पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी कर दी है. गृह मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अयोध्या मामले में संभवित फैसले से पहले पूरी तरह से सर्तकता बरतने की सलाह दी जाती है.
Uttar Pradesh: All schools, colleges, educational institutions and training centres to remain closed from 9th November to 11th November. pic.twitter.com/MVYuvF8IZJ
— ANI (@ANI) November 8, 2019