सरसों के तेल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. दाम बढ़ने पर ब्रेक नहीं लग रहा है. पैदावार कम होने का असर है कि लगातार तेल रफ़्तार भर रहा है. बीते पंद्रह दिन में दस रूपये प्रति लीटर की एक और तेजी दर्ज हुई है. इससे पहले तेल का भाव 175 था. जो अब बढ़कर 185 रूपये लीटर हो गया है.

रिफाइंड तेल की कीमतें स्थिर हैं. लेकिन अरहर दाल, चना, मसूर और छोला में तेजी देखी जा रही है. अरहर दाल फिर से 100 रूपये प्रति किलो का आंकड़ा पार कर चुकी है.

102 रूपये वाला छोला अब 108 रूपये प्रति किग्रा, चना दाल 70 से 74 रूपये पहुंच गयी. मसूर दाल दस रूपये प्रति किलोग्राम की तेजी के साथ 90 से 100 रूपये हो गयी. छिलका दाल 80 से 88 रूपये बाजार में बिक रही है.

सरसों दाने का दाम भी 1000 रूपये प्रति क्विंटल के करीब पहुंच गया है. बताया जा रहा है कि सरसों की त्योहारी मांग और बाजार में माल की उपलब्धता कम होने से सरसों दाना और सरसों दादरी के भाव बढ़ रहे हैं.

खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र की ओर से एक आदेश जारी किया गया है. आधिकारिक बयान के मुताबिक थोक और खुदरा विक्रेताओं को अपने परिसर में खाद्य तेल की कीमतों को प्रदर्शित करना होगा. इसके अलावा थोक विक्रेताओं, मिल मालिकों को अब अपने पास उपलब्ध तिलहन और खाद्य तेलों के स्टॉक का खुलासा करना होगा. साथ ही पारदर्शिता और बेहतर निगरानी के लिए सभी मिल मालिक और थोक विक्रेता एक पोर्टल पर डेटा जमा करेंगे.

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