उत्तर प्रदेश सरकार के 25 हजार होमगार्डों की सेवाएं समाप्त किए जाने के फैसले से निकाले गए होमगार्डों में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है. सरकार के इस फैसले से 25000 परिवारों पर रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. सरकार के इस फैसले का होमगार्डों ने विरोध भी करना शुरू कर दिया है.
यूपी के मेरठ जिले में उत्तर प्रदेश होमगार्ड अवैतनिक अधिकारी व कर्मचारी एसोसिएशन के बैनर तले जिले के हठाए गए होमगार्डों ने हाथों में कटोरा लेकर विरोध प्रदर्शन किया. जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय परिसर में धरना देते हुए होमगार्डों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया.
ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश में अबतक 41 हजार 500 होमगार्डों की ड्यूटी कम कर दी गई है. इससे होमगार्डों के परिवार के आगे भुखमरी की नौबत आ गई है. होमगार्डों का भविष्य खतरे में पड़ गया है. उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि सभी होमगार्डों को ड्यूटी दी जाए.
बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने इस मामले पर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि किसी भी होमगार्ड को नहीं निकाला जाएगा, सभी लोग अपनी दिवाली अच्छे से मनाएं. उन्होंने कहा कि किसी को बेरोजगार नहीं होने दिया जाएगा. चौहान ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी संवेदनशील हैं. वो जरूर कोई न कोई रास्ता निकाल लेंगे.