
उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुए बिकरु कांड और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर की जांच के लिए गठित की गई जांच कमेटी ने शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा किया. जांच कमेटी के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश सुप्रीमकोर्ट डाक्टर डीएस चौहान के नेतृत्व में टीम उसी स्थान पर पहुंची, जहां पर गाड़ी पलटी थी और इस दौरान भागने के प्रयास के दौरान विकास दुबे को मुठभेड़ में पुलिसकर्मियों ने मार गिराया था.
जांच टीम के साथ इस दौरान जिले भर के वो पुलिसकर्मी और अधिकारी मौजूद रहें जो उस दिन की घटना में साक्ष्य थे. न्यायिक आयोग की टीम ने इस दौरान सभी सदस्यों से बड़ी बारीकी के साथ बातचीत की.
इस दौरान आयोग के सदस्यों ने सचेंडी थाना प्रभारी से पूछा कि जरा बताइए कि आखिर गाड़ी कैसे पलटी थी, तो उन्होंने इस दौरान आयोग को पूरा वाक्या बताया. इसके बाद टीम ने ये भी पूछा कि आखिर विकास दुबे को कहां पर किस गाड़ी से किस गाड़ी में बदला गया, इस दौरान आयोग की टीम ने टोल प्लाजा पर उन लोगों ने विस्तार से पूछते हुए जांच की.
जांच टीम के पास मौजूद तीन फाइलों में घटना की पल-पल की जानकारी के साथ तस्वीरें भी मौजूद हैं. आयोग की टीम ने इस दौरान कानपुर आईजी रेंज मोहित अग्रवाल से काफी देर पूछताछ की, आयोग के सवालों को सुनकर थानेदार तो कुछ देर के लिए घबरा ही गए थे.