कुछ ऐसा जो कल्पना से परे हो. वह किसी अजूबे से कम नहीं. प्राचीन काल से ही अजूबे चुने जाते रहे हैं. माना जाता है कि अजूबे चुनने का सबसे पहले विचार 2200 साल पहले हेरोडोटस और कल्लिमचुस को आया था. इन्होने सबसे पहले अजूबों की सूची तैयार की थी. बाद में अजूबे चुनने की विशेष प्रक्रिया को अपनाया गया. इस ख़ास प्रक्रिया से सात नए अजूबे चुने गए.

दुनिया के सात अजूबे

पेट्रा – जॉर्डन

पेट्रा जॉर्डन के मआन प्रान्त में स्थित एक एतिहासिक नगरी है. यह बड़ी-बड़ी चट्टानों और पत्थरों से तराशी गयी इमारतों के लिए मशहूर है. माना जाता है इसका निर्माण 1200 ईसापूर्व के आसपास शुरू हुआ था. यह पर्यटन के लिए काफी मशहूर शहर है. इसे यूनेस्को द्वारा एक विश्व धरोहर का दर्जा दिया मिला है .

क्राइस्ट रिडीमर

ब्राजील के रियो डी जेनेरो में ईसा मसीह की एक विशालकाय प्रतिमा है. यह मूर्ति तिजुका फारेस्ट नेशनल पार्क में कोर्कोवाडो पर्वत की छोटी पर स्थित है. इस मूर्ति का आधार 31 फिट है. इसकी उंचाई 130 फिट है और चौड़ाई 98 फिट. इसका निर्माण 1922 और 1931 के बीच हुआ.

ताजमहल

भारत के आगरा में स्थित ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में से एक है. दुनिया का हर शख्स एक बार ताज का दीदार करने की ख्वाहिश रखता है. ताजमहल को मुग़ल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में बनवाया था. ताजमहल में खूबसूरत कलाकारी का नमूना दिखता है. इसका निर्माण 1632 में हुआ था. इसे बनवाने के लिए शाहजहां ने दुनियाभर से सफ़ेद संगमरमर का पत्थर मंगवाया था. ताजमहल को बनने में करीब 15 साल का समय लग गया था. संगमरमर से बना ताजमहल पूरी तरह सफ़ेद है.

माचू पिच्चु

माचु पिच्चु दक्षिण अमेरिकी देश पेरू में स्थित एक एतिहासिक जगह है. यहां कभी इंका सभ्यता फलीफूली थी. समुद्र तल से इसकी उंचाई 2430 मीटर है. ऐसे में सोचने वाली बात ये है कि इतनी उंचाई पर लोग रहते कैसे थे. शोधकर्ताओं का मानना है कि इसका निर्माण 1400 के आसपास राजा पचाकुती ने करवाया था. बाद में इस स्थान पर स्पेन ने विजय पायी और इसे ऐसे ही छोड़ दिया. जिसके बाद यहां धीरे-धीरे सभ्यता नष्ट हो गयी. साल 1911 में अमेरिका के इतिहासकार हीराम बिंघम ने इसकी खोज की.

कोलोजीयम

इटली के रोम नगर के मध्य एक विशाल स्टेडियम है. यहां प्राचीन काल में जानवरों की लड़ाई, खेल कूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ करते थे. इसका निर्माण तत्कालीन शासक वेस्पियन ने 70वीं से 72वीं ईस्वी के बीच शुरू करवाया और 80वीं ईस्वी में इसे सम्राट टाइटस ने पूरा किया. प्राचीनकाल में इस स्टेडियम में 50 हजार से 80 हजार लोग एक साथ बैठ सकते थे. स्टेडियम को कंक्रीट और रेट से बनाया गया.

चीचेन इट्जा

चीचेन इट्जा मैक्सिको का प्राचीन मंदिर है. जिसका निर्माण 600 ईशा पूर्व हुआ. पिरामिड के आकार का यह मंदिर 5 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है. जिसकी उंचाई 79 फिट है. इसकी हर दिशा में 91 सीढ़ियां हैं. कुल 365 सीढ़िया हैं.

चीन की दीवार

चीन की यह दीवार विश्व का सबसे लंबी दीवार है. इसे हमलावरों से रक्षा के लिए अलग-अलग राज्यों के कई शासकों द्वारा बनाया गया था. यह दीवार इतनी बड़ी है कि इसे अन्तरिक्ष से भी देखा जा सकता है. दीवार का निर्माण 7वीं शताब्दी से लेकर 16वीं शताब्दी तक हुआ था. दीवार की लम्बाई 6400 किलोमीटर है. उंचाई करीब 35 फीट है. जबकि चौड़ाई इतनी की 10 व्यक्ति एक साथ आराम से चल सकते हैं. इस दीवार को बनने में करीब 20 से 30 लाख लोगों का जीवन लग गया.

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