उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए करते हुए महाराजगंज के जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय सहित पांच अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. सरकार की इस कार्रवाई से प्रशासनिक अधिकारियों की नींद उड़ गई है.
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से बताया कि महाराजगंज के मधुबलिया स्थित एक गौशाला में अपर आयुक्त गोरखपुर मंडल की जांच में भौतिक निरीक्षण के दौरान 2500 की जगह केवल 954 पशु ही पाए गए. उनपर पैसे अधिक संख्या के हिसाब से खर्च किए जा रहे थे.
गौशाला में पशुओं की कमी के पीछे जिला स्तर के अधिकारियों की घोर लापरवाही और अनियमितता बताते हुए शासन की ओर से ये कदम उठाया गया है. मुख्य सचिव ने बताया कि पशुपालन विभाग के पास 500 एकड़ जमीन थी जिसमें से 300 एकड़ से ज्यादा जमीन निजी व्यक्तियों को दे दी गई.
उन्होंने कहा कि अधिकारियों के कामकाज करने के तरीको में लापरवाही पाई गई है. जिन अधिकारियों पर गाज गिरी है उनमें डीएम अमरनाथ उपाध्याय के अलावा निचलौल के उप जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार, वर्तमान उप जिलाधिकारी सत्यम मिश्रा, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी वीके मौर्या, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅक्टर राजीव उपाध्याय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
इनके निलंबन के साथ ही खिलाफ जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं. अब डॉ. उज्ज्वल कुमार महराजगंज के नए डीएम होंगे.
UP Chief Secretary:DM AN Upadhyay&4 officials have been suspended after a committe found them guilty of irregularities in maintenance of cow shelters in Maharajganj. There were supposed to be 2,500 cattles but only 954 cattles were found. It appears to be a case of financial scam https://t.co/so0VrAmtJV pic.twitter.com/vDADOhP6cj
— ANI UP (@ANINewsUP) October 14, 2019