उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में शहरों और संस्थानों के नाम बदलने का सिलसिला जारी है. सीएम योगी ने अपने ढ़ाई साल के कार्यकाल में कई जिलों और संस्थानों के नाम बदले हैं. ये सिलसिला अभी थमता नहीं दिख रहा है. अभी कई और जिलों और संस्थानों नाम बदले जाने की संभावना दिख रही है.
इसी क्रम में योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बने मौलाना अली मियां हज हाउस का नाम बदलने जा रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मौलाना अली मियां हज हाउस का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति व वैज्ञानिक डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के नाम रखे जाने का प्रस्ताव तैयार हो चुका है. अब बस इसे कैबिनेट की मंजूरी मिलनी बाकी है.
लखनऊ के अलावा वाराणसी के हज हाउस का नाम मशहूर शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खां और गाजियाबाद के हज हाउस का नाम मौलाना अबुल कलाम आजाद के नाम पर रखा जाएगा. हज कमेटी ने ये प्रस्ताव शासन को भेज दिया है.
उत्तर प्रदेश सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण एवं हज मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि हज हाउस का नाम महापुरूषों के नाम पर किया जाना चाहिए. महापुरूषों से आम लोगों और युवाओं को सीखने और आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है.
बता दें कि हज हाउस के अलावा उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले का भी नाम बदलकर पंडित दीनदयाल के नाम पर रखे जाने की तैयारियां चल रही हैं. कैबिनेट की बैठक में ये सभी प्रस्ताव रखे जाएंगे. प्रस्ताव पारित होन के बाद सभी नाम बदल दिए जाएंगे.