अमित मित्तल नाम का प्राइमरी अध्यापक अब अपने बच्चे से नहीं मिल पाएगा क्योंकि कोविड-19 उसे लील गया. मित्तल अब अपने परिवार की भी देखभाल नहीं कर पाएगा क्योंकि वो समाज की देखभाल करने में व्यस्त था.
गर्वर्मेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 44 के प्राइमरी अध्यापक अमित मित्तल सेक्टर 44 में ही रहते थे. सेक्टर 49, चंडीगढ़ में बने कंटेनमेंट जोन में डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत वो ड्यूटी कर रहे थे. मित्तल का काम लाकडाउन के दौरान बाहर निकलने वाले लोगों से पूछताछ कर उन्हें घर पर ही रहने की अपील करने, गाड़ियों की चेकिंग आदि करना था.
कोविड में ड्यूटी लगी थीः
ड्यूटी के दौरान ही मित्तल को कोविड के लक्षण दिखाई देने लगे. पानीपत के मूल निवासी मित्तल को चंडीगढ़ के किसी भी अस्पताल में भर्ती नहीं करवाया गया. 29 साल के अमित मित्तल दुनिया से चले गए और उनके साथ उनके सपने, आदर्श, परिवार को अच्छी जिंदगी देने के वायदे, एक अच्छा जीवन जीने की ख्वाहिश भी चली गई.
अमित मित्तल जो कि अपने परिवार के एकलौते कमाने वाले शख्स थे. मित्तल के माता-पिता और उनकी पत्नी पानीपत में थे, जब चंडीगढ़ में उनकी तबियत खराब हुई तो सही देखभाल के लिए उनके रिश्तेदारों ने उन्हें पानीपत भेज दिया था.
ड्यूटी के ही दौरान हुआ बीमारः
घर आने के 3 दिन बाद ही अमित की हालत एकाएक बिगड़ने लगी. पारिवारिक सदस्यों ने पानीपत, चंडीगढ़, करनाल में अस्पताल और बेड की तलाश की लेकिन कहीं भी बेड खाली नहीं मिला. पानीपत से 30 किलोमीटर दूर सोनीपत में वेंटीलेटर बेड मिला और मित्तल को वहां पर भर्ती किया गया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी.
सोनीपत पहुंचने के कुछ घंटों बाद ही उनकी तबियत एकाएक बिगड़ने लगी और उनकी मौत हो गई. अमित मित्तल के चचेरे भाई ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मित्तल जल्द ही परिवार को चंडीगढ़ लाने वाला था. मित्तल को अभी दो साल पहले ही प्राइमरी स्कूल में नौकरी मिली थी और पिछले साल ही उनकी शादी हुई थे.
समय पर इलाज ना मिलने के कारण हुई अमित की मौतः
अमन ने बताया कि वो बेहत ईमानदार और मेहनती थी. अपने सपनों को पूरा करने के लिए वो हमेशा से ही तत्पर रहते थे. अमन ने ये भी जानकारी दी कि कंटेनमेंट जोन में पोस्टिंग के दौरान भी कभी मित्तल ने शिकायत नहीं की, वो खुद को फ्रंटलाइन वर्कर कहता था.
हालांकि पूरी घटना से एक बात तो साफ हो जाती है कि अगर अमित को सही समय पर सही इलाज मिल जाता तो आज वो हम लोगों के बीच में ही अपने सपनों को बुनने की तैयारी कर रहा होगा.