समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार का डबल इंजन यार्ड में ही खड़ा है, 4 सालों में डबल इंजन टस से मस नहीं हुआ. विकास योजनाएं प्लेटफार्म के इंतेजार में हैं, कोई पूछने वाला नहीं है.
अखिलेश यादव ने कहा कि जब कुछ करना नहीं तो भाजपा को अधिकारी-अधिकारी खेलना ही भाता है. एक अधिकारी दिल्ली से लखनऊ भेजे गए उन्हे काम नहीं करने दिया गया. बंगाल में काम कर रहे अधिकारी को काम करने नहीं दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में तो भाजपा को कुछ करना नहीं है. यहां तो सत्ता का लालच भाजपा के सिर चढ़कर बोलने लगा है. बचे हुए समय में यहां भाजपा सरकार अधिकारियों की सेटिंग में ही समय खपा रही है. कोरोना महामारी में चारों और हाहाकार के बीच प्रधानमंत्री वाराणसी मॉडल और मुख्यमंत्री गोरखपुर माडल की चर्चा में ही लगे रहे.
सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा बदले की भावना से प्रेरित होकर राज्यों के साथ जो व्यवहार कर रही है उसमें राज्यपालों की भूमिका विचारणीय है. कायदे से उत्तर प्रदेश हो या पश्चिम बंगाल राज्यपालों की भूमिका संविधान की परिधि में ही होनी चाहिए पर ऐसा भाजपा राज में नहीं होता है. दोनो की कसौटियां भिन्न है.
अखिलेश ने कहा कि जनता भाजपा की इन चालबाजियों से तंग आ गई है. राज्य की जनता 2022 के इंतजार में है.