आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह इन दिनों यूपी में ज्यादा ही सक्रियता दिखा रहे हैं. इस दौरान वो लगातार योगी सरकार को निशाने पर लिए हुए हैं. हाल में उन्होंने सरकार पर जातिगत भेदभाव को लेकर एक सर्वे भी कराया है.
संजय सिंह ने सर्वे के आंकड़े भी जारी कर दिए. उन्होंने बताया कि यूपी में 68 हजार लोगों को फोन कर उनकी राय मांगी गई. सर्वे के नतीजे को लेकर दावा किया गया है कि 63 फीसदी लोग ये मानते हैं कि योगी सरकार जातिगत भेदभाव कर रही है. 28 फीसदी लोगों का कहना है कि ऐसा नहीं है जबकि 9 फीसदी लोगों ने कोई राय नहीं दी.
सर्वे में पूछा गया था कि क्या योगी सरकार सिर्फ ठाकुरों के लिए काम कर रही है. इस सर्वे में अखिलेश यादव और मायावती सरकार को लेकर भी सवाल किए गए. बता दें कि जब सर्वे को लेकर खबर आई तो यूपी पुलिस अलर्ट हो गई. आनन फानन में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई.
इसके बाद आप नेता संजय सिंह मीडिया के सामने आए और माना की ये सर्वे उनकी पार्टी की ओर से किया जा रहा था. योगी सरकार को चैलेंज देते हुए उन्होंने कहा कि वो जनता के पैसों को जांच में बर्बाद न करे, ये सर्वे उन्होंने कराया है, सरकार को जो भी जानकारी करनी हो वो उनसे करे.
आप नेता दिलीप पांडेय ने कहा कि सर्वे अब बंद कराया जा चुका है. अगर पुलिस ने हमें न रोका होता तो ये सर्वे और बड़े पैमाने पर होता.