मेहनत ही सफलता की कुंजी है, ये कहावत नीट परीक्षा में दूसरा स्थान लाने वाली आकांक्षा सिंह पर एकदम सटीक बैठती है. उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले की रहने वाली आकांक्षा सिंह को नीट परीक्षा में ऐसे ही नहीं सफलता मिली बल्कि इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत और हौसला था.

कुशीनगर के अभिनायकपुर गांव की रहने वाली आकांक्षा सिंह ने नीट परीक्षा में 720 में 720 नंबर हासिल किए और देशभर में दूसरा स्थान प्राप्त किया. आकांक्षा बताती हैं कि जब वो हाईस्कूल में पढ़ रही थी उसी दौरान उन्होंने नीट परीक्षा की तैयारी शुरू कर

दी. नीट की कोचिंग के लिए वो रोजाना अपने घर से 70 किलोमीटर दूर गोरखपुर जिले में कोचिंग पढ़ने जाती थीं. हाईस्कूल पास करने के बाद वो इंटरमीडिएट करने दिल्ली चली गईं और वहीं पर नीट की तैयारी शुरू कर दी.

आकांक्षा ने कहा कि पहले मैं सिविल सर्विस में जाने की सोच रही थी लेकिन बाद में लक्ष्य बदल लिया. मैने दिल्ली के एम्स में जाने को अपना सपना मानकर नीट की तैयारी शुरू कर दी आज कड़ी मेहनत के बाद सफलता हासिल कर ली. उन्होंने कहा कि मैं अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर के साथ-साथ माता पिता और कोचिंग संस्थान को देना चाहती हूं.

आकांक्षा को पढ़ाई के आलवा संगीत का शौक है, उन्हें गाने सुनना पसंद है. उन्होंने कहा कि मैने कभी ये नहीं सोचा था कि मैं टॉप करूंगी. मैने पूरी मेहनत से पढ़ाई की थी और मुझे टॉप 40 में आने की उम्मीद थी. आकांक्षा की मां गांव के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं और पिता वायुसेना के रिटायर्ड हैं.

नीट की तैयारी कर रहे लोगों के उन्होंने कहा कि असफलताओं से घबराना नहीं चाहिए. अपना लक्ष्य बड़ा रखो और उसी हिसाब से अपनी तैयारी करो. सफलता एक दिन कदम जरूर चूमेगी.

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