समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों और प्रशासकीय अव्यवस्था के चलते किसानों की जिंदगी दिन प्रतिदिन दूभर होती जा रही है.
डीएपी की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि डीएपी की कीमत दो बार बढ़ाकर सब्सिडी का ड्रामा करने वाली भाजपा की डबल इंजन सरकार में यूरिया की कालाबाजारी जारी है. वर्षा की चेतावनी के बावजूद क्रय केन्द्रों में जमा टनों गेंहू लापरवाही के चलते भीग कर ख़राब हो गया. भाजपा की इन किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ तो दल के अंदर भी विरोध के स्वर उठने लगे है.
आगे कहा कि खुद भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री ने किसानों के साथ हो रही लूट पर चिंता जताई है. अगले वर्ष होने वाले चुनावों में किसान भाजपा को सत्ता से बेदखल कर सबक सिखाएंगे. न तो सरकार के प्रभारी मंत्रियों को किसान की चिंता है और नहीं मुख्यमंत्री के अफसरों को.
अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों से छल कपट की भाजपाई राजनीति के काले पन्ने खुलते जा रहे हैं. यूरिया की 50 किलो की बोरी 45 किलो कर के दाम बढ़ा दिए गए. डीएपी की बोरी 2400 रूपये की हो गयी. किसानों को खाद कम्पनियां 19000 रूपये में एक बोरी खाद बेच रहहि थी जबकि जनवरी 2014 में डीएपी का रेट 413 रूपये ही था. अब महंगी खाद पर सब्सिडी बढ़ाने का छलावा किया जा रहा है.