समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 2022 यूपी विधानसभा चुनाव से पहले एक्शन में आ गए हैं. चुनाव से पहले अखिलेश संगठन को पूरी तरह से मजबूत कर रहे हैं और लगातार दूसरे दलों के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर रहे हैं.
आज उन्होंने अपने दो नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया. अखिलेश यादव ने जिन नेताओं को पार्टी से बाहर किया है उनमें ओंकार यादव पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बागपत और किरण पाल उर्फ बिल्लू प्रधान पूर्व जिलाध्यक्ष बागपत का नाम शामिल है. इन दोनों नेताओं को 6 साल के लिए निष्काषित किया गया है.
इसके अलावा धीरेंद्र सिंह को सपा युवजन सभा का प्रदेश सचिव, यशवीर सिंह चौधरी, मोहम्मद रिजवान खान को युवजन सभा की राज्य कार्यकारिणी में सदस्य नामित किया गया है.
अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा पंचायत चुनावों में हार से बुरी तरह बौखलाई हुई है. संख्या बल न होते हुए भी अपने अध्यक्ष बनाने के लिए व्याकुल भाजपा नेतृत्व सरकारी तंत्र का दबाव डालते हुए पंचायत सदस्यों को डरा धमकाकर अपने पक्ष में मतदान के लिए मजबूर कर रहा है.
उन्होंने कहा कि सत्ता का यह घोर दुरूपयोग है और भाजपा सरकार की इन दमनकारी नीतियों से लोकतंत्र खतरे में है.