इन दिनों उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार में कुछ बदलाव की अटकलें तेज हैं. बैठकें हो रही हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कुछ बड़ा बदलाव हो सकता है. इस सब के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को बीजेपी की नीति पर तंज कसा.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मर्जी के बगैर दिल्ली से भेजे गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक विश्वासपात्र सेवानिवृत्त अधिकारी को उन पर थोपा जा रहा है.
अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री के करीबी आईएएस अधिकारी रहे और गत जनवरी में भाजपा में शामिल हुए उत्तर प्रदेश के मौजूदा विधान परिषद सदस्य एके शर्मा की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अजब है भाजपा की नीति. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर उनकी मर्जी के विरुद्ध दिल्ली से भेजा एक अधिकारी थोपना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की मर्जी के विरुद्ध एक अधिकारी को वहां से दिल्ली बुलाना.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी में अंदरूनी खींचतान की बात भी कही. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में डबल इंजन से राज्य को खींचने के झूठे वादे करने वालों के बीच खींचतान जारी है.
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के मूल निवासी एके शर्मा इस वक्त प्रधानमंत्री के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी व उसके आसपास के इलाकों में कोविड-19 राहत एवं प्रबंधन कार्य की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.