थानाध्यक्ष थाने में तैनात महिला महिला आरक्षियों से ड्यूटी ना कराकर अपने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का काम लेने का चौकी इंचार्ज पर आरोप है. आरोप है कि इस बात का विरोध करने वाली महिला आरक्षियों का थानाध्यक्ष अपने पद का दुरुप्रयोग कर महिला आरक्षियों की अनुशासनहीनता की रिपोर्ट देकर उच्च अधिकारियों से उनका तबादला करवा दे रहे हैं.
थानाध्यक्ष की इस कार्यशैली से थाने पर तैनात महिला आरक्षियों में भय का माहौल व्याप्त है. ये पूरा मामला सकरन थानाक्षेत्र का है. इस मामले में एएसपी डाक्टर राजीव दीक्षित का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी. दोषी पाए जाने पर थाना इंचार्ज पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जनपद सीतापुर के अंतर्गत आने वाले सकरन थाने पर तैनात थानाध्यक्ष पुष्पराज कुशवाहा द्वारा थाने पर तैनात महिला आरक्षियों के शोषण का मामला लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थानाध्यक्ष पुष्पराज कुशवाहा का पूरा परिवार थाने में ही रहता है. यहां पर उनके दो बच्चे भी रहते हैं.
लाकडाउन के दौरान बच्चों की शिक्षा का कार्य कोई और नहीं बल्कि थाने में तैनात महिला आरक्षियों के द्वारा ही किया जा रहा है. इसके लिए थानाध्यक्ष के द्वारा बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने के लिए महिला आरक्षियों की ही ड्यूटी लगाई जा रही है. इस ड्यूटी के बाद महिला आरक्षियों की किसी और स्थान पर ड्यूटी नहीं लगाई जाती है.
थानाध्यक्ष पुष्पराज कुशवाहा के द्वारा ट्यूशन के नाम पर महिला आरक्षियों का किए जा सहे शोषण को लेकर विभागीय लोगों का कहना है कि जो भी महिला आरक्षी ट्यूशन पढाने का विरोध करती है तो उसे थानाध्यक्ष के द्वारा उच्चाधिकारियों को उसके द्वारा अनुशासनहीनता की गोपनीय रिपोर्ट भेजकर तबादला करवा दिया जाता है. गौरतलब है कि थानाध्यक्ष पुष्पराज कुशवाहा के द्वारा थाने पर तैनात तीन महिला सिपाहियों का तबादला करवाया जा चुका है.