देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के चार भागों में बंटवारे को लेकर एक बार फिर से चर्चा का बाजार गर्म हो गया है. लोकसभा में मंगलवार को यूपी को चार भागों में बाटने की सियासत ने तेजी पकड़ ली है. लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी के सांसद मलूक नागर ने कहा कि इससे ना सिर्फ खुशहाली आएगी बल्कि दलित और पिछड़ो को भी मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलेगा.

बसपा के मलूक नागर ने शून्य काल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि साल 2012 के विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री ने यूपी को चार भागों में बांटने के लिए प्रस्ताव पारित कराकर केंद्र सरकार को भेजा था. मंगलवार को संसद में हुए प्रश्नकाल के दौरान बसपा सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार को इस दिशा में ध्यान देना चाहिए.

बीएसपी ने एक बार फिर यूपी को चार भागों में बांटने की उठाई मांग

इसके अलावा नागर ने कहा कि राज्य के बंटवारे से दलितों और पिछड़ों के लिए कई रास्ते खुलेंगे. साल 2012 में जिस वक्त सीएम थी उस दौरान ही यूपी को चार भागों में बांटने को लेकर प्रदेश को चार राज्यों पूर्वांचल, बुंदेलखंड, पश्चिम प्रदेश और अवध प्रदेश को बांटने का प्रस्ताव पारित कराकर केंद्र के पास भेजा था.

हालांकि कुछ ही महीने बाद सपा सरकार बनने के बाद यूपी को चार भागों में बांटने वाला मुद्दा भी ठंडे बस्ते में चला गया था. इसके बाद भी समय-समय पर बसपा इस मुद्दे को उठाती हुई नजर आई है, लेकिन अभी तक इस मामले को लेकर किसी भी प्रकार का कोई विचार नहीं किया गया है. अब एक बार बसपा सांसद की ओर से इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद एक बार फिर से चर्चा में तेजी आने की उम्मीद है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here