बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 71 सीटों पर वोटिंग हो रही है इन सीटों पर कुल 106 उम्मीदवार मैदान में हैं. पहले चरण में कई सीटों पर एनडीए और महागठबंधन के दिग्गजों के सियासी भविष्य का भी फैसला होना है. नीतीश सरकार के 8 मंत्रियों की साख भी दांव पर लगी है. पहले चरण में जिन बड़े नामों की किस्मत गढ़ी जानी है.
उनमें जहानाबाद से शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, दिनारा से जय कुमार सिंह, लखीसराय से विजय कुमार सिन्हा, चैनपुर से खनन मंत्री बृजकिशोर बिंद, बांका से राजस्वव मंत्री रामनारायण मंडल, जमालपुर से ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, गया से कृषि मंत्री प्रेमकुमार और राजपुर से परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला मुख्य हैं.
जीतनराम मांझीः
हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं. इसी क्षेत्र से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी राजद की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. मांझी महादलितों में मुसहर समुदाय से आते हैं. गया के आसपास इलाकों में उनका खासा प्रभाव माना जाता है. राजनीति में आने के बाद से वे फतेहपुर, बाराचट्टी, बोधगया, मखदूमपुर और इमामगंज से भी चुना लड़े और जीत हासिल की.
श्रेयसी सिंहः
शूटिंग कंपीटिशन में भारतीय की नुमाइंदगी करती रहती है, साल 2018 में भारत के लिए कामनवेल्थ गेम्स गोल्ड मेडल हासिल किया था. वे भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर जमुई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही है.
अनंत कुमार सिंहः
राजद के टिकट पर मोकामा सीट से चुनाव लड़ रहे बाहुबली अनंत सिंह राजद सुप्रीमों लालू यादव की आंखो की किरकिरी थे. लेकिन इस समय वो राजद के साथ मजबूती के साथ खड़े हुए नजर आ रहे हैं.
विजय कुमार सिन्हाः
बिहार के प्रथम चरण की लखीसराय सीट पर बीजेपी विधायक और नीतीश सरकार के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा एक बार फिर से मैदान में हैं जिनके खिलाफ महागठबंधन की ओर से कांग्रेस के अमरीश कुमार अनीश किस्मत आजमा रहे हैं.
डा. प्रेम कुमारः
गया टाउन विधानसभा सीट पर काफी मुकाबला रोचक होता हुआ जा रहा है. बीजेपी नेता प्रेमकुमार जो कि इस बार एक बार फिर चुनावी मैदान में है. वो लगातार 7 बार चुनाव जीत चुके हैं लेकिन महागठबंधन के प्रत्याशी अखौरी ओंकार नाथ एक बड़ूी चुनौती बन गए हैं.