अब ऐसे आसार दिखाई दे रहे हैं देश को कोरोना वैक्सीन की खेप जल्द आने वाली है लेकिन इस बीच केंद्र सरकार की ओर से नई घोषणा की गई इस दौरान कहा कि बच्चों को कोरोना वैक्सीन देने की जरुरत नहीं है. नीति आयोगी के सदस्य डा. वी.के पाल ने बताया कि अभी तक जो अंतर्राष्ट्रीय गाइडलाइन बनी है, उस हिसाब से बच्चों को कोरोना वैक्सीन देने की जरुरत नहीं है.
सरकार ने देश में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा है जिसमें सबसे पहले स्वास्थयकर्मियों, सुरक्षाकर्मियों और दूसरी गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को दी जाएगी. नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पाल ने कहा कि ये ज्यादा उम्र के लोगों की बीमारी पाई है अभी तक जो जानकारी सामने आी है उसके आधार पर बच्चों को वैक्सीन देने का कोई कारण नहीं है, वैसे भी अभी तक जो ट्रायल हुआ है. वो 18 साल के ऊपर लोगों पर हुए हैं.
इसके अलावा ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए आकार को लेकर वीके पाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के नए स्वरुप से कोरोना वैक्सीन के विकास पर किसी प्रकार का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. पाल ने कहा कि अब तक उपलब्ध, आंकड़ो, विश्लेषण के आधार पर कहा जा सकता है कि घबराने की कोई बात नहीं लेकिन और सतर्क रहना पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि वायरस के स्वरुप में बदलाव के उपचार को लेकर दिशा-निर्देश में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया और खासकर देश में तैयार किए जा रहे टीके पर कोई असर नहीं पड़ेगा .