BPSC ने कुछ ही दिन पहले ही नतीजे जारी किए हैं. इन नतीजों में बिहार के कई युवाओं ने अफसर बनने का गौरव हासिल किया है. बिहार के अलग-अलग इलाकों के युवा विभिन्न रैंक पाकर बिहार के अलग-अलग विभागों में अफसर बने हैं. उनकी सफलता पर समूचे बिहार में स्वागत का दौर जारी है.

इस बीच सीवान की बेटी का डीएसपी बनने पर ऐसा स्वागत किया गया, जिसे हर कोई दंग रह गया. डीएसपी बनकर जैसे ही ये बेटी पहली बार अपने घर सीवान पहुंची तो लोगों ने ढोल नगाड़े के साथ जोरदार स्वागत किया. बीपीएससी में रिजल्ट आने के बाद ये बेटी किसी सेलीब्रिटी की तरह पहली बार अपने घर पहुंची. उसका लोगों ने भव्य स्वागत किया.

स्थानीय लोगों ने सड़क के किनारे खड़े होकर पहले घंटो इसका इंतजार किया. उसके बाद जैसे ही ये सीवान की बेटी अपने गांव पहुंची तो लोगों ने फूल बरसाकर, माला पहनाकर उसका भव्य स्वागत किया. खुली जीप पर बैठाकर पहले रीता को घुमाया गया उसके बाद स्वागत किया गया.

रीता सीवान के हसनपुरा प्रखंड के दलित बस्ती निवासी पूर्व शिक्षा पदाधिकारी स्वर्गीय सुदर्शन दास की पुत्री है. सुश्री रीता कुमारी ने 66 वीं बीपीएससी की परीक्षा में 682 रैंक पाया है और डीएसपी पद पर उनका चयन हुआ है. रीता इस सफलता के बाद अपने गांव पहुंची तो उनका भव्य स्वागत किया गया. जगह-जगह उनकी गाड़ी को रोककर पुष्प की बारिश की गई तथा फूल पहनाया गया.

डीएसपी बेटी के आगमन की सूचना सुन हसनपुरी के सभी ग्रामीण अहले सुबह से ही निगाहें बिछाए हुए थे. रीता के स्वागत के लिए बैंड बाजा व ढोल तासा की भी व्यवस्था की गई थी. डीएसपी के आगमन पर एक सभा का आयोजन किया था जिसमें लोगों मने अपने विचार और रीता ने डीएसपी बनने की कहानी बताई.

हसनपुरा की बेटी के डीएसपी बनने से पूरे गांव में खुशी देखी गई. इस मौके पर रीता कुमारी ने कहा कि आज मैं जो भी हूं पापा और भैय्या की बदौलत हूं. सभी ने मुझे इस लायक बनने की राह दिखाई थी. रीता ने कहा कि अन्य छात्र-छात्राएं भी कड़ी मेनहत कर मंजिल हासिल कर सकती है. लोग हर समय निगेटिव सोचते रहते हैं.

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