देश में कोरोना वैक्सीन की मंजूरी मिल गई है. देश के तमाम शहरों में ड्राई रन भी शुरु हो गया है. यूपी में भी इस काम को तेजी से किया जा रहा है, ड्राई रन को शुरु करने के पीछे तर्क दिया गया है कि खामियों को दुरुस्त किया जा सके. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में ही खामियों की पोल खुल गई.
यहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में ही खामियों की पोल खुल गई. बनारस में वैक्सीन को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए तैयारियां नहीं की गई थी. चौखाघाट कोरोना वैक्सीन केंद्र से से वैक्सीन महिला अस्पताल साईकिल से पहुंचाई गई. इतना ही नहीं महिला अस्पताल में वैक्सीन पहुंची तो वहां भी तैयारी पूरी नहीं थी.
वहीं बनारस के सीएमओ डा. वीबी सिंह का कहना है कि जिले में 5 केंद्रों पर वैन से वैक्सीन आई है केवल महिला अस्पताल में कैरियर साईकिल से लेकर वैक्सीन पहुंचा. हर जिले की तरह यहां भी 6-6 जगह पर वैक्सीनेशन का ड्राई रन हुआ.
उनका कहना है कि ड्राई रन के दौरान किसी को भी वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है सिर्फ माक ड्रिल किया जा रहा है जिससे पता लगे कि वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया कैसे होगी. हालांकि वाराणसी पर पांच केंद्रों पर वालंटरियर्स भी नहीं दिखाई दिए. वैक्सीन लगवाने के लिए सिर्फ दो लोग ही पहुंचे जबकि इस दौरान टीकाकरण 25 लोगों को होना था.
.@myogiadityanath जी ‘अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनने से’ जब फुर्सत मिल जाए तब खुद की कुव्यवस्था को उजागर करने वाली इस खबर को पढ़ लीजियेगा।
कोरोना के दौरान सबसे ज़्यादा फर्जीवाड़ा UP में हुआ है और अब उसके टीकाकरण में भी लापरवाही बरती जा रही है।
शर्मनाक!https://t.co/kYOLauM45x
— Aam Aadmi Party- Uttar Pradesh (@AAPUttarPradesh) January 5, 2021
उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था साइकिल पर आ गयी है।
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में साइकिल से कोरोना वैक्सीन लेकर अस्पताल पहुंचा कर्मी।
आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश का मजाक बनाकर रख दिया है।https://t.co/xVwWtVeJMo— UP Congress (@INCUttarPradesh) January 5, 2021