देश की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहने वाली भारतीय सेना में भी अलग-अलग रैंक के अधिकारी काम करते हैं. भारतीय सेना में पद के अनुसार सभी सैन्यकर्मियों की एक अलग पहचान होती है. सभी सैन्यकर्मियों की वर्दियों पर अलग-अलग बैज लगे रहते हैं. इन बैज से ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कौन सा अधिकारी किस पद पर है.
भारतीय सेना कमीशन अधिकारी की रैंक व उनके बैज
फील्ड मार्शल-
फील्ड मार्शल की वर्दी पर कमल के घेरे के अंदर तलवार और डंडा क्रॉस के रूप में रहते हैं. ऊपर भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अश्होक स्तम्भ का निशाँ होता है. यह कभी सेवानिवृत्त नहीं होते. फील्ड मार्शल जब तक जीवित रहते हैं तब तक उनके नाम के साथ फील्ड मार्शल शब्द जुड़ा रहता है. भारत में अब तक दो लोगों को फील्ड मार्शल की उपाधि दी गयी. फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा व फील्ड मार्शल सैम मानेक शॉ.
जनरल या सेना प्रमुख
जनरल या सेना प्रमुख के वर्दी पर तलवार और डंडा क्रॉस के रूप में रहते हैं. जिनके ऊपर पांच बिंदुयों वाला सितारा व ऊपर भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ का निशान होता है. थल सेनाध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल या 62 वर्ष की आयु तक है.
लेफ्टिनेंट जनरल
लेफ्टिनेंट जनरल के वर्दी पर तलवार और डंडा क्रॉस के रूप में रहते हैं. ऊपर भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ का निशान होता है. लेफ्टिनेंट जनरल की सेवानिवृत्त की आयु 60 वर्ष निर्धारित है.
मेजर जनरल
मेजर जनरल की वर्दी पर तलवार और डंडा क्रॉस के रूप में होते हैं. ऊपर पांच बिंदुयों वाले सितारे का निशान होता है. मेजर जनरल की सेवानिवृत्त आयु 58 वर्ष है.
ब्रिगेडियर
ब्रिगेडियर की वर्दी पर तीन, पांच बिन्दुओं वाले सितारे त्रिभुजाकार रूप में होते हैं. ऊपर भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ का निशान होता है. ब्रिगेडियर की सेवानिवृत्त 56 वर्ष आयु में होती है.
कर्नल-
कर्नल की वर्दी पर दो, पांच बिंदुओं वाले सितारे के ऊपर भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक का स्तम्भ निशाँ होता है. कर्नल की सेवानिवृत्त आयु 54 वर्ष तय है.
लेफ्टिनेंट कर्नल-
लेफ्टिनेंट कर्नल की वर्दी पर पांच बिन्दुओं वाले सितारे के ऊपर भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ का निशान होता है.
मेजर-
मेजर की वर्दी पर भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ का निशान होता है.
कैप्टन-
कैप्टन के वर्दी पर तीन, पांच बिन्दुओं वाले सितारे का निशान होता है.
लेफ्टिनेंट
लेफ्टिनेंट के वर्दी पर दो, पांच बिंदुओं वाले सितारे का निशान होता है.
जूनियर कमीशन
सूबेदार मेजर-
सूबेदार मेजर या रिसालदार मेजर की वर्दी पर भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ का निशान होता है. नीचे स्ट्रिप लगी रहती है. सूबेदार मेजर की सेवानिवृत्त आयु 54 वर्ष या 34 वर्ष की सेवा निर्धारित है.
सूबेदार या रिसालदार-
सूबेदार या रिसालदार की वर्दी पर दो, पांच बिन्दुयों वाले सितारे का निशान होता है. स्ट्रिप लगी रहती है. सूबेदार की सेवानिवृत्त आयु 52 वर्ष या 30 वर्ष की सेवा निर्धारित है.
नायब सूबेदार या नायब रिसालदार-
नायब सूबेदार या नायब रिसालदार के वर्दी पर पांच बिन्दुओं वाले सितारे का निशान होता है. स्ट्रिप लगी रहती है. इनकी सेवानिवृत्त 52 वर्ष या 28 वर्ष की सेवा निर्धारित है.