हम अपने आसपास कई तरह के जीव जंतु देखते हैं. दुनियाभर में जंतुओं की अलग-अलग प्रजातियां पाई जाती हैं. आसपास दिखने वाले जंतुओं को देखकर हमें लगता है कि यह दुनिया के हर कोने में मौजूद होंगे. लेकिन ऐसा है नहीं. कुछ ऐसे स्थान हैं जहां कुछ जंतुओं का अस्तित्व ही नहीं है.
सरीसृप वर्ग के प्राणी सांप का नाम सुनते ही शरीर में सिरहन दौड़ जाती है. सांप एक ऐसा जंतु है जो जल-थल दोनों में पाया जाता है. यदि कभी घर में या आसपास कोई सर्प दिख जाए तो अफरा तफरी मच जाती है.
यूं तो विश्व के हर द्वीप और देशों में सांप मिल जाते हैं. पर ब्राजील को साँपों का देश कहा जाता है. यहां इतने सांप मिल जाएंगे जितने पूरी दुनिया में नहीं है. लेकिन जानकर आश्चर्य होगा कि ब्राजील के विपरीत दुनिया में एक ऐसा स्थान है जहां सर्प का नामोनिशान तक नहीं है.
यूरोप का तीसरा सबसे बड़ा द्वीप कहलाने वाले आयरलैंड दुनिया का एक मात्र ऐसा देश है जहां कोई भी सांप नहीं पाया जाता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि जीवाश्म अभिलेख विभाग के अनुसार आयरलैंड में कभी सांप थे ही नहीं. ऐसा कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं है जिससे यह पता लगाया जा सके कि साँपों का अस्तित्व यहां कभी था या नहीं.
सर्प के आयरलैंड में न पाए जाने के पीछे एक कल्पित कहानी है. कुछ लोगों का कहना है कि सेंट पैट्रिक नामक संत ने एक बार पूरे देश के साँपों को पकड़ कर सभी सर्पों को आयरलैंड से बाहर समुद्र में फेंक दिया. सेंट पैट्रिक ने यह कार्य ईसाई धर्म के बचाव के लिए किया था. और यह भी कहा जाता है कि साँपों को बाहर फेंकने का काम उन्होंने 40 दिवस तक अन्न व जल त्याग कर किया था. हालांकि वैज्ञानिकों को इस कहानी पर यकीन नहीं है.
वहीं कुछ लोगों का मानना है कि पूर्व में आयरलैंड में सांप पाए तो जाते थे. पर अत्यधिक ठन्डे वातावरण की वजह से सांप जीवित नहीं रह पाए और विलुप्त हो गए.