मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के दिल्ली जाने की अटकलों के बाद वहां की सियासत में हलचल तेज हो गई है. कमलनाथ इससे पहले खुले मंच से ये कह चुके हैं कि वो अब आराम करना चाहते हैं, उन्हें पद की लालसा नहीं है.
कमलनाथ के दिल्ली जाने से मध्यप्रदेश के सियासी समीकरण बदल सकते हैं. कांग्रेस नेता भी इस खबर से काफी हैरान दिख रहे हैं. कमलनाथ के दिल्ली जाने की अटकलें उस समय तेज हो गई जब पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने ये कहा कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और मोतीलाल वोरा के निधन के बाद पार्टी को दिल्ली में सीनियर नेताओं की कमी महसूस हो रही है.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस पार्टी का शीर्ष नेतृत्व कमलनाथ को दिल्ली बुलाने के मूड में है. वहां उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. हालांकि मध्यप्रदेश के कांग्रेसी नेता ये चाहते हैं कि 2023 का मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में ही लड़ा जाए.
बता दें कि कांग्रेस पार्टी अब तक के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. पार्टी को चुनाव दर चुनाव लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है. राहुल गांधी के अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद कांग्रेस पार्टी और भी संकट में है. कहा जा रहा है कि जनवरी में कांग्रेस पार्टी को नया अध्यक्ष मिल सकता है.