कौन बनेगा करोड़पति 13 में अभिताभ बच्चन के सामने हाट सीट पर बैठकर रेलवे अधिकारी देशबंधु पांडेय काफी खुश थे लेकिन घर लौटकर उन्हें क्या-क्या झेलना पड़ेगा उन्हें शायद अंदाजा नहीं था. राजस्थान के कोटा रेल मंडल के स्थानीय खरीद अनुभाग के कार्यालय अधीक्षक पद पर तैनात देशबंधु पांडे को रेलवे प्रशासन ने ना सिर्फ नोटिस थमाया है बल्कि 3 साल तक उनके इंक्रीमेंट पर भी रोक लगा दी गई है.
उन पर बिना जानकारी दिए दफ्तर से गायब रहने और केबीसी में हिस्सा लेने का आरोप लगा है. TOI की रिपोर्ट के मुताबिक नोटिस में लिखा है कि बिना अवकाश स्वीकृत कराए ही आप 9 से 13 अगस्त तक गायब हैं. आपका रवैय्या आपके काम के प्रति लापरवाही को दर्शाता है.
गौरतलब है कि देशबंधु ने केबीसी में 3 लाख 20 हजार रुपये की रकम को भी जीता था. हालांकि केबीसी से वापस लौटते ही उनको जिन परेशानियों को झेलना पड़ रहा है अगर उन्हें इन बातों के बारे में पहले से पता होता तो वो शायद ही केबीसी में जाते. केबीसी से वापस लौटते ही उन्हें रेल प्रशासन ने कड़ी सजा दी है और उन्हें नोटिस थमा दिया गया है इसके साथ ही 3 साल के लिए वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी है.
रेलवे प्रशासन द्धारा क़ी कार्रवाई के बाद से फिलहाल देशबुंध की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है. देशबंधु अपनी शादी की 25 वीं सालगिरह पर केबीसी में पहुंचे थे. रेलवे प्रशासन की ओर से इस तरह की कार्रवाई का कर्मचारी संगठनों ने विरोध किया है. वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के मंडल सचिव खालिद ने कहा है कि पांडे के साथ रेल प्रशासन की ओर से ठीक नहीं किया गया है इसके खिलाफ केस लड़ा जाएगा.
उन्होंने कहा कि पांडे के खिलाफ ये एक्शन 9 अगस्त को तैयार किया गया था जबकि इसमें पहले से ही 13 अगस्त तक का जिक्र कर दिया गया है ये तभी संभव है जब अधिकारियों को पता हो कर्मचारी 13 अगस्त तक नहीं आएगा असका मतलब है पांडे ने 13 अगस्त अवकाश मांगा था जो उसे नहीं दिया गया.
उन्होंने कहा कि देशबंधु पांडे इस एक्शन को लेकर इतना ड़रे हुए हैं कि वो रेलवे प्रशासन के खिलाफ कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है. पांडे को मुंबई से लौटने पर 18 अगस्त को नोटिस दिया गया और उनसे जवाब भी मांगा गया है.