नेता हों और ठाठ बाट न हो, आगे पीछे लग्जरी गाडियों का काफिला न हो, शानो शौकत न हो सुनने में थोड़ा अजीब लगता है. हमारे देश की स्थिती ये है कि अगर कोई पार्षद भी बन गया तो चार पहिया गाड़ी से घूमने लगता है. इसके आगे विधायक, सासंद, मंत्री बनने के बाद कैसे बदलाव होता है इससे तो आप परिचित ही होंगे.

आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे राजनेता की कहानी जो सादगी और ईमानदारी की जीती जागती मिसाल हैं. इनका नाम है महबूब आलम, ये बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले हैं और बलरामपुर विधानसभा सीट से चौथी बार विधायक चुने गए हैं.

महबूब आलम ने अपने विरोधी को 53 हजार से अधिक वोटों से मात दी है. 44 वर्षीय महबूब आलम 10वीं पास हैं और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के टिकट पर चौथी बार विधायक बने हैं. महबूब आलम की जिंदगी इतनी साधारण है कि इनके पास अपना पक्का मकान तक नहीं है. वो खेती भी करते हैं.

ऐसे समय में जहां बिहार विधानसभा में जीतने वाले 80 फीसदी से अधिक विधायक करोड़पति हैं, महबूब आलम जैसे साधारण नेता का चुना जाना आश्चर्य की बात है. महबूब आलम की तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है. महबूब आलम जैसे नेता धनबल और बाहुबल के इस दौर में सादगी की मिसाल हैं.

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