आज के समय में बॉलीवुड ऐक्टर्स नायक और खलनायक दोनों ही किरदारों को निभा लेते हैं. हाल ही में रिलीज़ हुई ब्लॉकबस्टर फ़िल्म पठान में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिलता है. पठान में जॉन अब्राहम ने अपने विलेन अभिनय से खूब वाहवाही लूटी. इस फ़िल्म को उनके करियर की सबसे बेहतरीन फ़िल्म माना जा रहा है. लेकिन आज से सालों पहले बॉलीवुड में ऐसा देखने को नहीं मिलता था. ज़्यादातर एक्टर्स एक ही तरह के रोल करते थे. प्रेम चोपड़ा, अमरीश पुरी जैसे दिग्गज एक्टर्स हमेशा खलनायक की भूमिका में नज़र आते रहे हैं.
हम आपको एक ऐसे ही एक्टर के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने ज़्यादातर फ़िल्मों में खलनायक का किरदार निभाया. यह एक्टर हैं मोहन जोशी. उन्होंने 89 और 90 दशक की कई फ़िल्मों में खलनायक का किरदार निभाया. एक वक्त में वह खलनायक के किरदार के लिए फ़िल्म मेकर्स की पहली पसंद बन गए थे.
मोहन जोशी का जन्म बेंगलुरु में हुआ था. पिता सेना में थे जिसके चलते वह सपरिवार पुणे शिफ़्ट हो गए. मोहन जोशी की पढ़ाई पुणे में ही पूरी हुई. कॉलेज के दिनों में ही थिएटर का रुख़ कर लिया था. थिएटर के दिनों में कई नाटकों में काम करने के बाद जोशी ने सीरियल और फ़िल्मों का रुख़ किया. जोशी ने भूकम्प फ़िल्म से अपने करियर की शुरुआत की.
लेकिन शायद कम ही लोग जानते होंगे फ़िल्मों में कदम रखने से पहले मोहन जोशी ने अपनी एक ट्रांसपोर्ट कम्पनी खोली थी. पैसों की तंगी के कारण मोहन जोशी ने खुद ही ट्रक चलाना शुरू कर दिया. मोहन जोशी ने क़रीबन 9 सालों तक खुद ही ट्रक चलाया था. पर एक दिन ट्रक का भयानक ऐक्सिडेंट होने की वजह से ये काम छोड़ दिया.