कोई भी मौसम हो मच्छर हम इंसानों को तंग करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. आपने कभी सोचा है कि आखिर ये मच्छर खून क्यों चूसते हैं. यही नहीं जब ये आते हैं तो कान के पास भनभनाते हैं. आखिर चुपचाप खून चूस कर जा सकते हैं लेकिन ये भनभनाहट की आवाज क्यों निकालते हैं?
कुछ वक्त पहले आई एक रिसर्च की रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने बताया कि दुनिया की शुरुआत में मच्छरों को खून पीने की आदत नहीं थी. ये धीरे-धीरे बदलाव आया है.
मच्छरों ने इंसानों और अन्य जानवरों का खून पीना इसलिए शुरू किया क्योंकि वो सूखे प्रदेश में रहते थे. जब भी मौसम सूखा होता है और मच्छरों को अपने प्रजनन के लियी पानी नहीं मिलता तो वो इंसानों या जानवरों का खून चूसना शुरू कर देते हैं. न्यू साइंटिस्ट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अफ्रीका के मच्छरों में एडीस एजिप्टी मच्छर की कई प्रजातियां हैं. सारी प्रजातियों के मच्छर खून नहीं पीते. ये कई अन्य चीजों को खा-पीकर अपना गुजारा करते हैं. मच्छरों में ये बदलाव कई सालों बाद आया.
भनभनाते क्यों हैं ?
मच्छरों के शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा उनके पंख होते हैं. इन पंखों को वे तेजी से फड़फड़ाते हैं. इस फड़फड़ाने से जो आवाज होती है, वही इनका भनभनाना है. हमारी सांस के साथ बाहर निकलने वाली कार्बन डाईऑक्साइड इन्हें आकर्षित करती है. जब ये हमारे चेहरे के करीब आते हैं तब हमें इनकी भनभनाहट सुनाई देती है.