झारखंड की जेएमएम-राजद-कांग्रेस गठबंधन सरकार के एक साल पूरा होने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के किसानों को बड़ा तोहफा देते हुए उनके कर्जमाफी का एलान कर दिया. सीएम हेमंत सोरेन के इस फैसले का लाभ लगभग नौ लाख किसानों को होगा. बुधवार को मंत्रीमंडल की बैठक में ये निर्णय लिया गया.
झारखंड के वित्तमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि सरकार ने सबसे पहले छोटे किसानों को कर्जमाफी का लाभ देने का फैसला किया है. इसके बाद दूसरे और तीसरे चरणों में एक लाख रूपये और दो लाख रूपये तक के ऋण लेने वाले किसानों को भी कर्जमाफी का लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा.
सोरेन मंत्रीमंडल ने किसानों की कर्जमाफी के लिए दो हजार करोड़ के बजट का भी आवंटन कर दिया गया है. इस राशि से किसानों और मजदूरों के 50 हजार तक के कृषि ऋण माफ किए जाएंगे. इस योजना के तहत एक परिवार से एक ही व्यक्ति को इसका लाभ दिया जाएगा. कर्जमाफी के लिए आवेदन करने वालों को एक रूपये का सेवा शुल्क देना होगा.
झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने सोरेन सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि कोविड के चलते राज्य सरकार को ये फैसला लेने में विलंब हुआ, लेकिन हमारी सरकार ने एक साल के भीतर ये कदम उठाकर किसानों के प्रति अपनी मंशा को साफ तौर पर जाहिर कर दिया है कि इस सरकार की प्राथमिकता मजदूर और किसान हैं.