उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में ग्रामीणों से मिलने गए निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद और अन्य नेताओं को गुस्साए ग्रामीणों ने दौड़ा लिया. सभी नेताओं ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई. इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई. ये घटना प्रयागराज के यमुनापार इलाके की है.
निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद अवैध बालू खनन रोकने पर पुलिस द्वारा की गई सख्ती के विरोध में ग्रामीणों से मिलने यमुनापार गए थे. यहां पर पुलिस की बालू खनन मजदूरों से झड़प हुई थी. पुलिस ने कार्रवाई कर ग्रामीणों की नाव तोड़ दी और मजदूरों की जमकर पिटाई भी की.
यमुना नदी के घाटों पर पहुंची पुलिस ने घाट पर जमा की गई हजारों टन बालू को जेसीबी मशीन से नदी में डलवा दिया. नाविकों की नावों को भी तोड़ दिया गया.
पुलिस की इस कार्रवाई से नाराज ग्रामीणों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा जब संजय निषाद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ग्रामीणों से मिलने पहुंचे.
गांव वालों ने उन्हें खदेड़ लिया. इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई. संजय निषाद के अंगरक्षकों ने किसी से तरह उन्हें वहां से सुरक्षित बाहर निकाला.
संजय निषाद के साथ हुई इस अभद्रता के बाद उनके समर्थकों ने प्रयागराज रीवा हाईवे जाम कर दिया. मौके पर पहुंची फोर्स ने किसी तरह समझा बुझाकर रास्ता खाली करवाया.