बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में राजद नेता तेजस्वी यादव की रैलियों में भारी भीड़ जुट रही है. महागठबंधन से मुख्यमंत्री के उम्मीदवार तेजस्वी यादव लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साध रहे हैं. इस बीच सीएम नीतीश का तेजस्वी की जनसभाओं में जुट रही भीड़ पर बयान आया है.

तेजस्वी की रैलियों में भारी संख्या में जुट रहे लोगों से नीतीश कुमार चिंतित नहीं हैं. उनका कहना है कि चुनावी सभाओं में जुटने वाली भीड़ का कोई मतलब नहीं है.

वह 2010 के चुनाव को याद कराते हुए कहते हैं कि इस चुनाव में लालू प्रसाद की रैलियों में जुटने वाली भीड़ को याद कीजिए. नतीजा सबके सामने है. वहीं राजद के 10 लाख नौकरी देने के चुनावी वादे पर नीतीश कुमार ने कहा कि सिर्फ प्रचार के लिए बात करने का कोई मतलब नहीं होता. नौकरी देने की एक व्यवस्था होती है, तरीका होता है. सिर्फ प्रचार के लिए कही गयी बातों का कोई तुक नहीं है. ये बेतुकी बाते कर रहे हैं.

नीतीश कुमार ने आगे कहा कि लालू-राबड़ी राज में 15 साल में मात्र 95 हजार नौकरी दी गयी, जबकि हमारी सरकार ने 6 लाख से ज्यादा नौकरियां दी. राजद के चुनावी वादे पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतनी बड़ी संख्या में सरकारी नौकरी कहां से आएंगी?

सीएम नीतीश ने ये बातें एक टीवी न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहीं. उन्होंने राजनीति से रिटायरमेंट सवाल पर कहा कि जब तक लोगों की इच्छा रहेगी, हम काम करते रहेंगे. अनिश्चितकालीन के लिए कोई नहीं रहता.

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