सातवीं बार मुख्यमंत्री बनकर बिहार के इतिहास में नाम दर्ज करवाने वाले राजनेता नितीश कुमार देश के दिग्गज राजनीतिज्ञों में शुमार किए जाते हैं. उनकी छवि सुशासन बाबू की बनी हुई है जिसे वो एक बार फिर से नए सिरे से गढ़ने की कोशिश में जुट गए हैं. इसके लिए वो अपने पुराने फार्मूले पर अमल शुरू करने जा रहे हैं.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नितीश कुमार एक बार फिर से जनता दरबार लगाने जा रहे हैं. इसके जरिए वो बिहार की जनता से सीधे तौर पर जुड़कर उनसे जमीनी हकीकत की जानकारी लेते रहेंगे.

बता दें कि नितीश कुमार ने साल 2005 में जनता दरबार की शुरूआत की थी. नितीश कुमार के जनता दरबार ने बहुत सुर्खियां बटोरीं. हर सोमवार को पटना में जनता दरबार को आयोजन किया जाता था. दरबार में मुख्यमंत्री नितीश कुमार के अलावा तमाम मंत्री और उनके सचिव मौजूद रहते थे.

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जनता दरबार के जरिए नितीश कुमार पूरे राज्य का फीडबैक लेते रहते थे. साल 2016 में जनता दरबार को बंद रक दिया गया. अब एक बार फिर बिहार की जनता को जनता दरबार शुरू होने से कुछ उम्मीदें जगी हैं.

याद रहे कि हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव में नितीश कुमार की पार्टी जेडीयू को मात्र 43 सीटों पर ही जीत मिली थी. पार्टी के इस प्रदर्शन से नितीश कुमार को झटका लगा है.

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