कृषि कानूनों को लेकर लंबे समय से विरोध कर रहे किसान अब कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता को पार्टी घेरने की रणनीति बना रहे हैं. हाल में संपन्न हुए पश्चिम बंगाल चुनाव के दौरान भी किसान नेता राकेश टिकैत ने भाजपा को घेरने का काम किया था.

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत और किसान नेताओं ने मिलकर ये रणनीति बनाई है कि पूरे उत्तर प्रदेश और खासकर पश्चिम इलाके में भाजपा को घेरा जाए.

उन्होंने एलान किया है कि जब चुनाव के दौरान भाजपा नेता गांव आएं तो किसान उनसे ये दस सवाल पूछें. टिकैत का ये अभियान कितना सफल होता है ये तो यूपी विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद ही पता चलेगा.

ये हैं किसानों के 10 सवाल

6 महीने से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसान अपनी जाएज मांग को उठा रहे हैं. आप और आपके प्रतिनिधि उनकी आवाज क्यों नहीं बने?

कोरोना काल में आम जनता ने दवाई और ऑक्सीजन की कमी के चलते दम तोड़ दिया. ऐसे वक्त में आप कहां थे?

कोरोना काल में कॉपरोरेट की तर्ज पर किसानों के ऋण क्यों नहीं माफ किए गए, किसानों को आर्थिक पैकेज क्यों नहीं दिया गया, किसानों के बजाए कंपनियों को सीधे सब्सिडी क्यों दी गई?

2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के वायदे का क्या हुआ, कृषि आयोग का गठन अब तक क्यों नहीं हुआ?

गन्ना किसानों के वायदे के मुताबिक 14 दिनों में भुगतान क्यों नहीं किया गया, उसके बाद ब्याज क्यों नहीं दिया गया, चार साल में गन्ने का एमएसपी क्यों नहीं बढ़ाया गया?

स्वामीनाथन आयोग के अनुसार किसानों को कृषि उपज का दाम क्यों नहीं मिला, सी2 प्लस 50 फार्मूले पर अमल क्यों नहीं किया गया?

कृषि न्यायालय की स्थापना क्यों नहीं की गई, किसानों के हालात पर श्वेतपत्र क्यों नहीं जारी हुआ?

मनरेगा में 200 दिन रोजगार देने का वायदा क्या हुआ, प्रत्येक गांव में स्कूल और अस्पताल के वायदे का क्या हुआ?

किसानों के लिए बिजली का निजीकरण क्यों किया जा रहा है?

कोरोना काल में अनाथ हुए किसानों के बच्चों की शिक्षा और रोजगार की व्यवस्था के लिए क्या कदम उठाए गए?

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