उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के दर्जन भर गांवों का अस्तित्व बचाने के लिए युवा चेतना का संघर्ष लगातार जारी है. युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने आज फिर बलिया के गांवों को बचाने के लिए पीएम मोदी से गुहार लगाई है.
बलिया मालदेपुर मोड़ स्थित अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए रोहित सिंह ने कहा कि हम पिछले 4 वर्षों से पीएम मोदी की महात्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना की जन्मभूमि हैबतपुर सहित दर्जन भर गाँवों को बचाने हेतु संघर्ष कर रहे हैं परंतु योगी सरकार चिंतनशील नहीं है.
रोहित सिंह ने कहा की हमने जिला मुख्यालय से लेकर दिल्ली तक हैबतपुर, मालदेपुर, खोड़ीपाकड़, मुबारकपुर, दरामपुर, नसीराबाद, सरफ़ुद्दीनपुर, देवरिया कला, रामपुर महावल सहित दर्जन भर गाँव एवं बलिया शहर को बचाने हेतु प्रदर्शन किया.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया की जिस गाँव से 1 मई 2016 को आपने उज्ज्वला योजना शुरू किया वो गाँव हैबतपुर सहित आसपास के कई गाँव विलीन होने की स्थिति में हैं. हमने स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी के साथ केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत से भेंटकर हैबतपुर सहित इन दर्जन भर गाँवों को बचाने की गुहार लगाई फिर भी कुछ नहीं हुआ.
रोहित सिंह ने कहा कि लगातार मोदी-योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के बाद योगी सरकार ने सिर्फ़ हैबतपुर और मालदेपुर गाँव के सामने ठोकर बनाने हेतु 2.26 करोड़ की राशि निर्गत की और भूमि पूजन हुआ परंतु कुछ नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि मानसून आने वाला है स्थिति बहुत भयावह है अगर सरकार नहीं जगी और बांध निर्माण नहीं हुआ तो इन गाँवों का अस्तित्व विलीन हो जाएगा. युवा चेतना प्रमुख ने कहा कि हमें बांध चाहिए और सरकार को बनाना होगा साथ ही सरकार द्वारा निर्गत 2.26 करोड़ रुपया का क्या हुआ यह बात सार्वजनिक होना चाहिए.