कृषि कानूनों का विरोध दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है. कल गाजीपुर बॉर्डर पर बने माहौल की वजह से किसान नेता राकेश टिकैत का रोते हुए वीडियो वायरल होने के बाद किसानों में गुस्सा भड़क गया. कल से लेकर अब तक लगातार लोग राकेश टिकैत के समर्थन में आ रहे हैं और सरकार से ये सभी कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं.

पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में युवा चेतना के नेता और कार्यकर्ता राकेश टिकैत के समर्थन में सड़कों पर उतर आए. युवा चेतना प्रमुख रोहित सिंह बलिया के चौक स्थित शहीद पार्क में महात्मा गांधी और डॉक्टर भीम राव अंबेडकर की तस्वीर लेकर धरने पर बैठ गए.

रोहित सिंह ने कहा कि नई दिल्ली में किसानों पर मोदी सरकार अत्याचार कर रही है. लाल किला पर जो हुआ उसकी जितनी निंदा की जाए वह कम है. लाल किला पर हुए घटना के पीछे भी भाजपा और संघ का हाथ है.

उन्होंने कहा कि 60 दिन से भी अधिक समय से किसान सड़क पर हैं और मोदी सरकार सोई है. आज पूरा देश किसान नेता राकेश टिकैत के साथ खड़ा है अगर टिकैत को कुछ हुआ तो इसका ख़ामियाज़ा भाजपा सरकार को भुगतना पड़ेगा.

रोहित सिंह ने कहा कि मोदी-शाह-योगी डंडे के बल पर देश चलाना चाहते हैं जो संभव नहीं है. देश में अघोषित आपातकाल है, हमलोगों को इसके खिलाफ संघर्ष करना होगा. ये भारत गांधी और अम्बेडकर का देश है हम इसे टूटने नहीं देंगे.

युवा चेतना प्रमुख ने कहा कि मोदी सरकार को कृषि बिल वापस लेना होगा. देश बचाने की लड़ाई में सबों को आगे आना होगा. इस अवसर पर अजय राय मुन्ना, सैफ नवाज, कमला शंकर राय, बैजू राय, शिवपाल यादव, जीशान अहमद अंसारी, किशन राय, सन्नी तिवारी, राकेश खरवार, चमचम तिवारी आदि उपस्थित रहे.

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