भाईचारे और आपसी प्रेम को बेहद सुंदर उदाहरण देखने को मिला है. एक मुस्लिम व्यवसायी ने 1 करोड़ रुपये की कीमत का अपना प्लाट दान में दे दिया है, ये जमीन कर्नाट के बेंगलुरु के बाहरी इलाके में होसाकोटे में श्री वीरंजनराय स्वामी मंदिर को दान में दी है.
IANS की रिपोर्ट के मुताबिक मंदिर राज्य की राजधानी से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. राज्य सरकार ने एक आदेश में कहा था कि वालगेरेपुरा में श्री वीरंजनान्यस्वामी मंदिर को राष्ट्रीय राजमार्ग विस्तार के लिए रास्ता बनाना है. मंदिर ट्रस्ट ने तब कार्गो परिवहन क्षेत्र में एक व्यवसाय चलाने वाले एच.एम.जी. बाशा से अपनी कुछ जमीन देने का आग्रह किया.
उनकी जमीन लगभग तीन दशक पहले बनाए गए मंदिर के पीछे स्थित है, बाशा इस आग्रह को तुरंत मान गए. श्री वीरंजनयस्वामी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एमडी ब्रीगौडा मायलापुरा ने बाशा के इस दान को सांप्रदायिक सदभाव के उत्कष्ट उदाहरण के रुप में प्रस्तुत किया.
उन्होंने कहा कि हमें वास्तव में केवल एक गंटा भूमि की आवश्यकता था लेकिन उन्होंने उदारता दिखाते हुए 1.5 गंटा भूमि दान में दे दी. कहा कि ये अतिरिक्त स्थान भक्तों को मंदिर के चारों ओर स्वतंत्र रुप से घूमने में मदद करेगा.
कहा कि बाबा शांति और सद्भभाव में रहने के दर्शन में विश्वास करते हैं, उन्होंने कहा कि सर्वशक्तिमान न हमें आशीर्वाद दिया है. और जब ग्रामीणों ने इतने अच्छे कारण के लिए जमीन मांगी तो मैं उन्हें ये कहना चाहता था और उनकी मांग भी बड़ी नहीं थी इसलिए मेरे परिवार से सदस्यों ने खुशी-खुशी और आसानी से उन्हें जमीन दान कर दी.
उन्होंने इस दौरान ये भी कहा कि ये वो राजनीतिक नेता वे हैं जो मतभेद पैदा करने की कोशिश करते हैं लेकिन आम आदमी को हिंदू और मुसलमानों के बीच कोई अंतर नहीं दिखाई देता है.