उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा की तैयारियां तेज होने लगी हैं. सभी राजनैतिक दल अभी से ही चुनावी गुणाभाग में जुट गए हैं और जीत के लिए तरह-तरह के प्लान तैयार किए जा रहे हैं. यूपी का चुनाव दिल्ली की राजनीति के लिहाज से भी काफी अहम माना जाता है.
कहावत है कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है. देश और उत्तर प्रदेश की सत्ता में मौजूद भारतीय जनता पार्टी भी पूरी मेहनत के साथ यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है. हाल में बीजेपी और आरएसएस के कई बड़े नेता यूपी का दौरा कर चुके हैं. बैठकों और मुलाकातों का सिलसिला चल रहा है.
मीडिया रिपोट्स की मानें तो भाजपा अपने मौजूदा एक तिहाई विधायकों का टिकट काटने की तैयारी कर रही है. बताया जा रहा है कि अगस्त के महीने में पार्टी अपने सभी मौजूदा विधायकों का सर्वे कराएगी, क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता और काम के आधार पर ही टिकट के लिए नाम तय किए जाएंगे.
भाजपा का प्लान है कि कुछ नए चेहरों को टिकट दिया जाए. इसके अलावा सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन को साधने के लिए जल्द ही मंत्रीमंडल का विस्तार किए जाने की संभावना है. योगी सरकार अयोध्या, काशी और मथुरा जैसे धार्मिक शहरों में चल रही विकास योजनाओं को भी भुनाने की तैयारी चल रही है.