उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल इलाके में कई ऐसी गांव और जगहें हैं जो कि बहुत ही पिछड़ी हुई हैं. यहां पर अभी विकास का पहिया नहीं पहुंचा है. ऐसी ही एक जगह है गोरखपुर का वनटांगिया गांव. योगी आदित्यानाथ के मुख्यमंत्री बनने से पहले तक ये गांव बहुत ही पिछड़ा हुआ था. योगी के सीएम बनने के बाद इस गांव के लोगों की तकदीर पलट गई. यही वजह है कि इस गांव के लोग सीएम योगी को भगवान का दर्जा देते हैं.
सीएम योगी साल 2007 से यहां के लोगों के साथ दिवाली मनाते आ रहे हैं. अब उस गांव के लोग कहते हैं कि अगर बाबा गांव नहीं आएंगे तो हमलोग दिवाली का दिया नहीं जलाएंगे. आजादी के बाद से लेकर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने तक यहां विकास के कोई ज्यादा काम नहीं हुए थे. न तो यहां सड़क थी और न बिजली, पानी, स्कूल, असप्ताल जैसी कोई मूलभूत सुविधाएं.
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद इस गांव का तेजी से विकास हुआ. यहां के लोगों का कहना है कि सीएम योगी ने सड़क से लेकर बिजली, पानी, स्कूल, शौचालय, राशनकार्ड सहित तमाम सरकारी सुविधाएं इस गांव के लोगों तक पहुंचाई. इसीलिए यहां के लोग सीएम योगी को भगवान की तरह मानते हैं.
सीएम योगी जब सांसद थे तो वो एक बार महाराजगंज की ओर जा रहे थे. रास्तें में उन्हें इा गांव के लोग मिले और उन्हें अपनी व्यथा सुनाई. इसके बाद से ही सीएम ने यहां के लोगों की बेहतरी के लिए काम करना शुरू कर दिया.
उन्हेंने यहां एक स्कूल भी खुलवाया, इसके अलावा साल 2007 से लेकर अब तक हर साल वो इस गांव के लोगों के बीच जाते हैं और उन्हें मिठाई कपड़े आदि चीजें बांटते हैं.