विकास दुबे का किस्सा भले ही यूपी पुलिस ने खत्म कर दिया हो मगर उससे जुड़ी तमाम जानकारियां अभी तक सामने आ रही हैं. अब पता चला है कि विकास दुबे की गद्दी पर उसके ही दो गुर्गों की निगाह लगी हुई थी. वो दोनों ही विकास का साम्राज्य हड़पना चाहते थे मगर उन दोनों को भी पुलिस ने ढेर कर दिया.
विकास दुबे और उसके गुर्गों से जुड़ी इस जानकारी का खुलासा तब हुआ जब पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने फरीदाबाद में रिश्तेदार अंकुर से पूछताछ की. अंकुर के बयान को पुलिस ने जार्चशीट में दर्ज किया है. अंकुर ने बताया कि फरीदाबाद में विकास और अमर दुबे के बीच इस बात को लेकर बहस भी हुई.
अमर से विकास दुबे से कहा था कि इतना बड़ा कांड करवा दिया अब गद्दी भी नहीं दोगे क्या. उसने कहा कि अभी मेरी शादी हुई है और अब जेल जाने की नौबत आ गई. इतना कहकर वो कानपुर के लिए रवाना हो गया था.
विकास दुबे के दूसरे गुर्गे प्रभात की भी नजर विकास के साम्राज्य पर थी. विकास भी उसे अपना उत्तराधिकारी बनाना चहता था. प्रभात के अंदर आपराधिक गुणों के अलावा तेज दिमाग था. उसके तमाम सुझावों को विकास आसानी से मान भी लेता था. अमर को भी पुलिस ने ढ़ेर कर दिया था.