टेलीविजन एक ऐसी आधुनिक वस्तु है जिसके बारे में हम सभी लोग बखूबी से जानते हैं. बीते एक दशक में टीवी के संसार में बहुत भारी परिवर्तन आया है. पहले के लोग लंबे एंटीना वाली टीवी के द्वारा गांवों में दूरदर्शन देखा करते थे. इसके बाद DTH ने प्रवेश लिया. इसके साथ ही फिर धीरे-धीरे भारत के घरों में कई टीवी चैनल्स ने अपना प्रवेश लिया.
DTH या डिश टीवी का एंटीना पहले वाले एंटीने की तुलना में बहुत ही अलग है इसमें गोल छतरी का प्रयोग किया जाता है. हमारे मन में अक्सर ही ये सवाल आता है.आखिर इस छतरी का आकार गोल ही क्यों होता है? इसीलिए अपने आज के KNOWLEDGE में हम आपको डिश एंटीना से संबंधित जानकारी देंगे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार छतरी का निर्माण जानबूझ कर इस प्रकार किया जाता है ऐसा इसलिए ताकि जब भी प्रकाश की कोई किरण डिश से टकरा तो वो परिवर्तित होकर सीधी वापस ना चली जाए, बल्कि फोकश पर ही रुक जाए. और जब ऐसे में सिग्नल भी छतरी से टकराते हैं तो फीड हार्न पर केंद्रित हो जाते हैं. और फिर इस घटना के फलस्वरुप टीवी पर चैनल्स चलते हैं.
टीवी में सेट टाप बाक्स का प्रयोग क्यों किया जाता है ये प्रश्न भी आपके मन में उठता होगा. गौरतलब है कि असल में सेट टाप बाक्स कार्य सैटेलाइट से सूचना प्राप्त करना है. इसका मतलब ये है कि जब फीड हार्न वाले सिग्नल सेट टाप बाक्स में पहुंचते हैं तो उन्हें डिकोड किया जाता है इस डिकोड सूचना को टीवी के माध्यम से देखा जाता है.