युवा चेतना ने भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की पुण्यतिथि पर गाजीपुर के मुहम्मदाबाद ब्लॉक के तिवारीपुर गांव में एक कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी और रोहित सिंह ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की तस्वीर पर माल्यापर्ण किया.

स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा कि राजेंद्र बाबू सादगी के प्रतीक थे. राजेंद्र बाबू ने आजीवन ईमानदारी के पथ पर चलकर देश के उत्थान हेतु संघर्ष किया. डा. राजेंद्र प्रसाद सच्चे सनातनी थे उन्होंने देश की आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया.

युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा कि भारत को स्वतंत्रता दिलाने में महात्मा गांधी के परम सहयोगी के रूप में डा. राजेंद्र प्रसाद जी के योगदान को देश नहीं भुला सकता है.

उन्होंने कहा कि संविधान निर्माण में भी बाबा साहब के साथ डा. राजेंद्र प्रसाद ने काम किया था. देश की युवा पीढ़ी को राजेंद्र बाबू के सिद्धांतों पर चलकर भारत को विश्व गुरु बनाने हेतु कार्य करना चाहिए.

रोहित सिंह ने कहा कि युवा चेतना पूरी सक्रियता से समाज के अंतिम व्यक्ति को मुख्यधारा से जोड़ने हेतु संकल्पित है. भारत के हर घर तक शिक्षा का अलख जगाकर ही राजेंद्र बाबू को श्रद्धांजलि दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि भारत के गाँवों को शहर से बेहतर बनाने का लक्ष्य लेकर हम समाज में चले हैं.

इस अवसर पर राम राय कमलेश, प्रेम प्रकाश तिवारी, द्वारिका नाथ पांडेय, सीताराम राय, प्रभु राय, अमित राय, केशरी तिवारी, मृत्युंजय राय, रितेश राय, कृष्णमुरारी राय, नरोत्तम सिंह बागी, रूपेश शर्मा तेतर आदि उपस्थित रहे.

मुहम्मदाबाद पहुँचने पर युवा चेतना के राजू यादव ने स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी एवं युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह का भव्य स्वागत किया.

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