साल 2007 में हुए टी-20 वर्ल्ड कप को कौन भूल सकता है. भारत ने पहला टी-20 वर्ल्ड जीता था. यह वर्ल्ड कप युवराज सिंह के लिए भी बेहद ख़ास रहा. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पहली बार किसी बल्लेबाज ने गेंदबाज की छह की छह गेंदों पर छक्के जड़ दिए थे. युवराज ने यह कमाल इंग्लैण्ड के गेंदबाज स्टुअर्ड ब्रॉड के ओवर में किया था.

वहीं देखने वाले हर शख्स को ब्रॉड के लिए बुरा भी लगा था, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में यह उनके करियर का पहला साल था. इस मैच में उनके प्रदर्शन ने कई सवाल खड़े कर दिए थे. युवराज सिंह ने सालों बाद खुलासा किया कि कैसे इस घटना पर मैच रेफरी और स्टुअर्ट ब्रॉड के पिता क्रिस ब्रॉड ने प्रतिक्रिया दी थी.

हाल ही में एक बातचीत में युवराज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस वर्ल्ड कप में खेले गए सेमीफाइनल का एक किस्सा बताया. उन्होंने बताया कि उस मैच में क्रिस ब्रॉड मैच रेफरी थे और उनके पास आए और कहा कि मेरे बेटे का करियर लगभग समाप्त करने के लिए शुक्रिया. उस समय उन्होंने क्रिस ब्रॉड से कहा कि इसमें कुछ भी व्यक्तिगत नहीं था. युवराज ने कहा कि वह जानते हैं कि कैसा महसूस होता है, क्योंकि उन्होंने खुद एक ओवर में पांच छक्के खाए थे.

दरअसल, इस टूर्नामेंट के करीब महीनेभर पहले भारत के इंग्लैण्ड दौरे पर दिमित्री मस्कारेनहास ने ओवल में वनडे में 30 रन के लिए युवराज के आखिरी ओवर में पांच छक्के जड़े थे.

आगे युवराज ने बताया कि छह छक्के लगाते समय जो जर्सी पहनी थी, उसे उन्होंने स्टुअर्ट को दे दी और उस पर लिखा कि मैं जानता हूं कि कैसा महसूस होता है, क्योंकि मैंने भी पांच छक्के खाए हैं. आप इंग्लैण्ड का भविष्य हो. मुझे विश्वास है कि आप बहुत अच्छा काम अकरने वाले हैं.

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