सांसारिक जीवन में जो व्यक्ति धरती पर आया है उसको एक दिन ऊपर भी जाना है. यही संसार का नियम है. किसकी मृत्यु कब होगी इसका अंदाज नहीं लगाया जा सकता है क्योंकि जीवन और मरण का खेल ईश्वर के हाथों में होता है. दुनिया में जन्म लेने वाले हर व्यक्ति की आयु निर्धारित होती है. लेकिन आज हम आपको इस जीवन मृत्यु से परे भगवान के एक चमत्कार के बारे में बताने वाले हैं जिसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे.

ये मामला हरियाणा के यमुनानगर का है जिसे देखने के बाद हर कोई हैरान है क्योंकि इस जगह पर जो हुआ वो किसी चमत्कार से कम नहीं है. जब कोई मां किसी बच्चे को जन्म देती है तो वो इस बात को सोचती है कि उसका बच्चे की उम्र उसकी उम्र भी लग जाए, लेकिन अगर बच्चा जन्म लेने के कुछ समय बाद ही मां से दूर हो जाए तो 9 महीने तक बच्चे को कोख में रखने वाली मां पर क्या बीतेगी इसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं.

बच्ची के जन्म लेने के साथ ही डाक्टरों ने घोषित किया था मृतः

बच्ची के जन्म लेने के साथ ही डाक्टरों ने उस बच्ची को मृत घोषित कर दिया जिसके बाद हिंदू धर्म की प्रथा के अनुसार मृत्यू के बाद जो प्रक्रिया अपनाई जाती है कहा जाता है कि इसके पीछे कारण ये है कि व्यक्ति इन परंपराओं में व्यस्त होकर अपने गम को भुला सके.

अंतिम संस्कार के दौरान हुआ कुछ येः

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यहां पर भी कुछ ऐसा ही हुआ जब डाक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया तो पिता ने अपने दिल पर पत्थर रखकर अंतिम संस्कार के लिए बच्ची को ले गया जिसके बाद उससे रहा नहीं गया और बच्ची को आखिरी बार देखने के लिए उसने ज्यों ही उस बच्ची के चेहरे पर से पालीथीन को हटाया तो उसकी आंखे फटी सी रह गई.

क्योंकि जिस बच्ची को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था उस बच्ची की आंखे खुली थी और वो हाथ हिला रही थी ऐसा देखने के बाद बच्ची के पिता की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. जिसके बाद पिता बच्ची को दिखाने के लिए फिर से डाक्टर के पास ले गया. डाक्टरों ने कहा कि बच्ची बिल्कुल स्वस्थ्य है वहां पर मौजूद सभी लोगों ने कहा कि बच्ची को दूसरा जन्म मिला है. शायद ये इसके पिछले जन्म के अच्छे कर्मों का फल है.     ,

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