देश की राजधानी दिल्ली सहित तमाम बड़े शहरों में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. बढ़ते प्रदूषण ने लोगों को जीना मुहाल कर दिया है. सांस लेने में दिक्कत के साथ-साथ लोगों की आंखों में जलन भी हो रही है. प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर हो रहा है.
दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश के तमाम बड़े शहर प्रदूषण की जद में हैं. राजधानी लखनऊ के अलावा कानपुर, आगरा, गाजियाबाद, वाराणसी सहित तमाम बड़े शहरों में हालत ये है कि सूरज की रौशनी भी ठीक से जमीन पर नहीं आ पा रही है. हवा में घुले इस जहर से बचने के लिए लोग मास्क लगाकर निकल रहे हैं.
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र की हालत भी प्रदूषण की वजह से बदतर होती जा रही है. यहां पर लोगों ने इंसानों के साथ-साथ भगवान को भी मास्क पहना दिया है.
वाराणसी में पूर्व सपा पार्षद रविकांत विश्वकर्मा ने मिसिर पोखरा स्थित तारकेश्वर महादेव मंदिर में शिवलिंग को मास्क पहनाकर शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण का विरोध किया. इसके अलावा वाराणसी के सिगारा स्थित काशी विद्यापीठ विद्यालय के नजदीक भगवान शिव-पार्वती के मंदिर में स्थापित प्रतिमाओं को यहां के पुजारी और कुछ भक्तों ने देवी देवताओं की प्रतिमा को मास्क पहना दिया.
सपा नेता का कहना है कि हम बाबा जी को सजीव मानते हैं इसलिए उन्हें मास्क पहना रहे हैं. भगवान को मास्क पहनाने के बाद लोगों को भी मास्क बांटे गए.