विगत 23 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार चुनाव के मुद्देनजर तीन रैलियां सासाराम, गया और भागलपुर में की थी. इस दौरान सबको को इंतजार था कि पीएम मोदी नीतीश कुमार पर लगातार हमले बोल रहे लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान को लेकर कुछ बोलेंगे. लेकिन इस दौरान उन्होंने इस दौरान इससे भी परहेज किया और अपने संबोधन में चिराग पासवान का जिक्र भी नहीं किया.
हालांकि इस दौरान उन्होंने ये संकेत देने की कोशिश की थी कोई भ्रम में ना रहे. उनकी इस बात का आखिर क्या मतलब था. इस बात से पर्दा नहीं उठ पाया. हालांकि राजनीतिक जानकार ये कयास लगा रहे थे कि ये संदेश चिराग पासवान के लिए था या बिहार की जनता के लिए था.
अब चिराग पासवान और नीतीश कुमार के बीच साफ तौर पर तल्खी देखने को मिल रही है इसके साथ ही चिराग पासवान जिस तरह से इस समय प्रचार करने में जुटे हुए है उससे भी बड़ा संदेश देखने को मिल रहा है, पीएम मोदी के पसंदीदा नेता ने बिहार की राजनीति में बड़ा ट्विस्ट ला दिया है. उन्होंने चिराग पासवान की तारीफ की है.
बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार को लेकर बेंगलूरुर दक्षिण से लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या रविवार की शाम आरा पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत की. इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार से खफा चल रहे चिराग पासवान को बधाई दी और कहा कि मैं और चिराग दोनों बिहार के किसी मुद्दे पर साथ होते हैं. चिराग बहुत ही ऊर्जावान नेता है. उन्होंने अपने स्थान को साफ तौर पर क्लियर कर दिया है.