झांसी में हुए तथाकथित फर्जी एन’काउंटर का शि’कार हुए पुष्पेंद्र यादव को न्याय दिलाने के लिए लोग सड़कों पर उतर आए. सपा मुखिया अखिलेश यादव से लेकर करनाल से मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ रहे तेजबहादुर यादव ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए झांसी कू’च कर दिया.
इस दौरान उन्होंने प्रशासन के खिलाफ धरना-प्रर्दशन करने की रणनीति बनाई. हालांकि पुलिस ने उसी रात लगभग 2 बजे उनको गिर’फ्तार कर शांति’भंग के आरोप में चा’लान कर जे’ल भेज दिया.
सोशल-मीडिया से लेकर सड़को तक लोग पुष्पेंद्र यादव को न्याय दिलाने के लिए लगातार निकल रहे हैं. रविवार को भाजपा नेता अभय प्रताप सिंह यादव ने गुहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की.
उन्होंने अपने इस पत्र में लिखा कि यूपी के जिला झांसी के मोंठ थाना के एसएचओ धर्मेंद्र सिंह चौहान द्वारा निर्दोष पुष्पेंद्र यादव की गो’ली मा’रकर ह’त्या कर दी गई. इसे मुठ’भेड़ का नाम देकर कानूनी अमलीजामा पहनाया जा रहा है.
जबकि पुष्पेंद्र यादव पर कोई भी आप’राधिक प्रकरण दर्ज नहीं हैं, और ना ही वह आप’राधिक पृष्ठभूमि वाला व्यक्ति है. उसके पिता सीआईएसएफ से रिटायर है, बड़ा भाई रवींद्र यादव दिल्ली सीआईएसएफ में कार्यरत है. घटना के दिन उसके भाई का नाम भी जोड़ा गया, जो कि सरासर गलत है. वह उस दिन दिल्ली में ड्यूटी पर था.