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लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने प्रदेश की सभी कार्यकारिणी को भंग कर दिया था. अब उन्होंने निर्णय लिया है कि उपचुनाव के बाद और दिवाली के ठीक पहले नई कार्यकारिणी में सभी पदों पर पार्टी के नेताओं की घोषणा कर सकते हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अखिलेश ने लिस्ट को फाइनल कर लिया है. इस सूची में पार्टी के लिए जोर-शोर से लगे नेताओं के नामों को शामिल किया गया है.

इस लिस्ट को नवरात्र में जारी करना था लेकिन उपचुनाव के चलते रोक दिया था. पार्टी से जुड़े नेताओं का मानना है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव नवरात्र में ही यूपी के सभी जिलों की सूची को जारी करना चाहते थे, लेकिन उपचुनाव की वजह से इन्हें रोक दिया गया. जमीनी नेताओं को इस सूची में तरजीह दी गई है.

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उपचुनाव के बाद और दिवाली से पहले जिलाध्यक्षों की सूची को जारी किया जा सकता है. इतना ही नहीं उपचुनाव में मेहनत कर बेहतर नतीजे प्रदान करने वाले नेताओं को भी इस सूची में जोड़ा जा सकता है.

जिलाध्यक्ष समेत पार्टी में अन्य पदों के लिए गौतमबुद्ध नगर सबसे टाप पर है, इस जिले से कई नेताओं के नाम शामिल हैं. इन्हें प्रदेश से लेकर जिले की कार्यकारिणी में महत्वपूर्ण पदों से नवाजा जा सकता है. इन नामों की सबसे ज्यादा चर्चा है. एमएलसी नरेंद्र भाटी, पूर्व जिलाध्यक्ष फकीर चंद्र नागर, अनिल यादव, राजकुमार भाटी, नोएडा से सुनील चौधरी और अशोक चौहान व राघवेंद्र दुबे सरीखे नेताओं के नाम शामिल हैं.

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