समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अलोकतांत्रिक तरीके से जिला पंचायत अध्यक्षों के नामांकन रोके जा रहे हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि सच तो यह है कि भाजपा ने विगत साढ़े चार वर्षों में जनता को हर कदम पर धोखा दिया है. जनसामान्य के उपयोग की सभी वस्तुएं इस भाजपा राज में मंहगी हुई है. कानून व्यवस्था ध्वस्त हुई है, कोरोना संक्रमण में हजारों जाने गईं और इलाज, दवा के अभाव में लोग तड़पते रहे.
उन्होंने कहा कि किसान अपनी मांगो को लेकर आंदोलनरत हैं, भाजपा सरकार किसानों की मांगों पर विचार करने के बजाय उन्हें अपमानित कर रही है. नौजवानों के पास नौकरी और रोजगार नहीं है, प्रदेश में विकास परियोजनाएं ठप्प हैं, भाजपा सबसे बदला लेने के काम में लगी है.
सपा मुखिया ने कहा कि धन बल-छल बल और सत्ता बल का ऐसा अनैतिक खेल सत्ता लोलुप भाजपा ने खेलकर साबित कर दिया है कि वह जनादेश का सम्मान करना नहीं चाहती है, उसका इरादा उसको कुचलने का रहता है.
अखिलेश ने कहा कि भाजपा का चरित्र संविधान की रक्षा की शपथ और लोकतंत्री आचरण के विरुद्ध है. लोकतंत्र को नकारना भाजपा को बहुत मंहगा पड़ेगा, सन् 2022 में जनता पूरा हिसाब लेगी.