उत्तर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी कहे जाने वाले शहर कानपुर का संजीत यादव कांड काफी चर्चा में था. संजीत के अपहरण के बाद उसे छुड़ाने के लिए दी गई फिरौती की रकम भी अपहरणकर्ताओं ने ले ली और उसकी जान भी ले ली. पुलिस की भूमिका भी पूरे मामले में सदिग्ध रही.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव आज कानपुर पहुंचे और बर्रा इलाके में संजीत यादव के घर पहुंचकर उसके परिजनों से मुलाकात की. अखिलेश ने संजीत के परिजनों को भरोसा दिलाया कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर संजीत यादव मामले की सीबीआई जांच करवाई जाएगी.
उन्होंने कहा कि संजीत को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और किसी भी हाल में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. बता दें कि 22 जून 2020 को संजीत यादव का अपहरण हुआ था.
इसके बाद फिरौती की 30 लाख की रकम की मांग की गई, संजीत के परिजनों ने किसी तरह 30 लाख का इंतेजाम किया और पुलिस के कहने पर अपहरणकर्ताओं को फिश्रौती की रकम भी दे दी.
इसके बाद से लेकर आज तक न तो रकम बरामद हुई और न ही संजीत यादव के शव का कुछ पता चला. उस दौरान समाजवादी पार्टी की ओर से संजीत के परिवार को 5 लाख की और बाद में अखिलेश यादव के कहने पर फिर दो लाख की मदद दी गई थी.