समाजवादी पार्टी के जिम्मेदार नेता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आदेश को ही नजरअंदाज कर रहे हैं. वह उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की स्नातक और शिक्षक की 11 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए वोट नहीं बनवा रहे हैं.
ऐसे में पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव ने अखिलेश को पत्र लिखकर लापरवाह नेताओं को संगठन में कोई भी पद न देने की बात कही है. जिसके बाद अखिलेश यादव ने नेताओं को रविवार को पत्र जारी कर दस दिन में ज्यादा से ज्यादा वोट बनवाने की चे’तावनी दी है.
अपनी चिट्ठी में रामगोपाल ने नाराजगी जताते हुए लिखा कि स्नातक क्षेत्र से होने वाले चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के जिला स्तर से लेकर बड़े नेता तक उदासीनता दिखा रहे हैं. कुछ कार्यकर्ताओं और नेताओं ने रूचि दिखाई लेकर ज्यादातर कार्यकर्ता खुद भी अभी वोटर नहीं बने हैं.
ऐसे नेताओं में स्नातक, पार्टी के पदाधिकारी, विधायक, पूर्व विधायक, सांसद और पूर्व सांसद शामिल हैं. यहां तक जो चुनाव ल’ड़ने के दावेदार हैं ऐसे लोग भी खुद वोटर नहीं बने हैं.
रामगोपाल ने अनुरोध किया कि जिला और राज्य कार्य समितियों, राष्ट्रीय कार्यकारिणी का पुनर्गठन करते समय या किसी भी चुनाव की उम्मेदवारी का दावा करने वाले लोगों के नामों पर विचार करते समय यह अवश्य देख लें कि वह तीन साल पहले से स्नातक हैं, तब क्या वह स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से वोटर हैं, जिसके बाद ही उनके नाम पर कोई विचार किया जाए.