समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के चंदाजीवी वाले बयान पर सनातन धर्म के साधु संतों ने नाराजगी जाहिर कर दी है. संतों ने एकराय होकर कहा कि ये भगवान राम और मंदिर निर्माण के लिए चंदा एकत्रित करने वाले उनके भक्तों पर घोर अपमान है.
अयोध्या के हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि अखिलेश यादव का बयान निंदनीय है. उन्होंने राम भक्तों को चंदाजीवी कहा है. महंत ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए एकत्रित किए जाने वाले चंदे के विरोध में वो व्यक्ति बोल रहा है जो हमेशा से बाबरी मस्जिद का समर्थक रहा है.
ये हिंदु जनभावनाओं को आहत करने वाला बयान है. भगवान राम के मंदिर से हर व्यक्ति की आस्था जुड़ी है और अखिलेश का बयान आस्था पर कुठाराघात है.
रामजन्म भूमि के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि राजनीति का उत्तर राजनीति से दिया जाना चाहिए, धर्मनीति से नहीं. आंदोलनजीवी शब्द राजनीति से प्रेरित है जबकि चंदाजीवी भगवान राम के मंदिर से संबंधित है.
उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए एकत्रित की जा रही धनराशि को चंदाजीवी कहकर बदनाम न किया जाए. राम हमारी आस्था का केंद्र हैं और उन्हें राजनीति से जोड़ना उचित नहीं है.
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने कहा कि अखिलेश यादव का चंदाजीवी वाला बयान बहुत ही निंदनीय है. उन्हें अपने ज्ञान को बढ़ाने की आवश्यक्ता है.